शिक्षक काशीवागी, जो स्कूल में सबसे ऊँची रैंक वाली हाई स्कूल की छात्रा है, से अपने प्यार का इज़हार करता है, लेकिन उसे अजीबोगरीब कहकर अस्वीकार कर दिया जाता है, जिससे वह आगबबूला हो जाता है। वह काशीवागी का अपहरण करके उसे कैद कर लेता है और कहता है, "मेरे सच्चे प्यार को नकारने की कीमत मैं तुम्हें चुकाऊँगा।" वह लोहे के हुक से उसकी लोली की बाल रहित दरार में छेद करता है और उसे स्त्री होने का सुख सिखाता है। योनि पर इस तीव्र प्रहार से वह बार-बार ऐंठन और चरमोत्कर्ष पर पहुँचती है! जब एक भारी-भरकम सरणी लटकाई जाती है, तो उसका गर्भाशय खुरचकर बाहर निकाल दिया जाता है, जिससे वह एक अविश्वसनीय चरमोत्कर्ष पर पहुँच जाती है! विकृत, अजीबोगरीब शिक्षक का कामोन्माद प्रशिक्षण और प्रेम-घृणा से भरपूर सामूहिक संभोग उसे असंयमित कामोन्माद की अंतहीन धारा में पेशाब करने पर मजबूर कर देता है!!