"क्या नोआ अब भी इंसान हो सकती है?" नहीं। गुदा प्रशिक्षण शिविर शुरू हो जाता है, चाहे वो कितना भी चिल्लाए या रोए, और यह कभी रुकता नहीं! साक्षात्कार के दौरान उसके शरीर में एक ज़बरदस्त एनीमा इंजेक्ट किया जाता है। अगर उसका रिसाव होता है, तो उसे तुरंत थप्पड़ मारा जाता है। हर बार जब उसका डीप-थ्रोट किया जाता है, तो वह बाहर निकल आता है। इसके बाद पेट पर एक मुक्का मारने से उसे पेशाब और वीर्य निकलता है। अगर वो गंदगी फैलाती है, तो उसे उसे चाटकर साफ़ करना पड़ता है। उसके लालची गुदा में एक बड़ा काला डिल्डो डाला जाता है। एक विशाल लिंग तीन-छेदों वाली चरम सेवा प्रदान करता है। एक पूरी ताकत से किया गया कयामत का प्रशिक्षण जो बिगड़ी हुई गुलदाउदी की आत्मा में उतर जाता है। वो लगातार चीखती है और स्वर्ग पहुँच जाती है। उसे साइबेरिया से भी ठंडे स्नान में डुबोया जाता है और पानी की यातना और डीप-थ्रोट दिया जाता है। वो अपनी गांड से पेशाब निगलती है। फिर भी काफ़ी नहीं? गुदा के फ़रिश्ते के वशीभूत होकर इंसान बनने की तरक्की पर बधाई।