सकुरा मोको का पहला छेड़छाड़ कांड! हमेशा की तरह वही समय, हमेशा की तरह वही स्कूल बस... उसके सुकून भरे दिन अचानक एक तेज़ आवाज़ के साथ बिखर जाते हैं। एक मनहूस साया उसके पीछे आता है, और एक छेड़छाड़ करने वाले के हाथ ऊपर उठते हैं... उसके नितंबों और जांघों पर सहलाया जाता है, और वह डर और शर्म के मारे आवाज़ भी नहीं निकाल पाती। उसके विरोध न कर पाने का फ़ायदा उठाकर, वह ज़बरदस्ती अपना क्रूर लिंग उसकी योनि में डाल देता है, और चुपचाप उसका बलात्कार करता है। उसकी इस अश्लील हरकत को चुपके से फ़िल्माया जाता है, और उसका चेहरा एक छेड़छाड़ संदेश बोर्ड पर भी दिखा दिया जाता है, जिससे छेड़छाड़ करने वालों के बीच अफ़वाहें फैल जाती हैं... हर सुबह स्कूल जाने से पहले, उसे एक खचाखच भरी स्कूल बस में शैतान आदमियों के एक समूह द्वारा सामूहिक बलात्कार के लिए मजबूर किया जाता है...