"25 साल की। अकेली रहती हूँ। मैं सिर्फ़ तभी खुश होती हूँ जब मुझे मुआवज़ा देकर डेटिंग करनी होती है।" एक औरत जो मर्दों को अपने घर बुलाती है और अपना जिस्म बेचती है। साकी अपने आदर्शों और हक़ीक़त के बीच जूझती है, मर्दों की ख्वाहिशों को स्वीकार करती है। "क्या तुम मुझसे प्यार करते हो? प्लीज़ मुझे कसकर पकड़ लो..." वह एक पल के लिए जुड़ाव की तलाश में पूछती है। साकी का उदास और कामुक भाव आपको ज़रूर उत्तेजित कर देगा!