एक औरत का शरीर खोला जाता है, सख्त किया जाता है, और मरोड़ा जाता है! उसके कूल्हों के जोड़ों को उनकी सीमा तक धकेला जाता है, और उसकी रीढ़ की हड्डी इस अति-कठोर बंधन में दर्द से चीखने पर मजबूर हो जाती है! उसका पूरा शरीर अपनी जगह पर स्थिर है, और वह हिल भी नहीं सकती, जबकि उसके गुदा द्वार पर चोट की जाती है। उसकी टाँगें चौड़ी करके खोल दी जाती हैं, और उसकी योनि खुली हुई है, जिससे उसे बार-बार वीर्यपात कराया जाता है!