पसीने से तर गर्मी के एक दिन, क्योको, एक खूबसूरत और हिंसक, फरार अपराधी, एक लड़के के घर पहुँचती है जो अपने माता-पिता की अनुपस्थिति में घर पर अकेला होता है। वह उस डरे हुए लड़के को बाँध देती है और उसका लिंग चूसते हुए उसकी दस साल की यौन इच्छा को उजागर कर देती है! वह पसीने से तर-बतर होकर क्रीमपाई से उसका उल्टा बलात्कार करती है, उसे अपनी योनि चाटने पर मजबूर करती है, अपनी सहेली से मुखमैथुन करवाकर उसे बहकाती है, और फिर क्रीमपाई से तीव्र सेक्स करती है, उसके विशाल स्तन हिलते हैं और वह इस आनंद का भरपूर आनंद लेती है! डर से काँपते शरीर के बावजूद, वह उस मोहक और शक्तिशाली महिला द्वारा बलात्कृत होती है, और बार-बार उसकी योनि में ही वीर्यपात हो जाता है! चारों ओर से घिरी हुई और अपने अंत का एहसास करते हुए, क्योको और लड़का शरीर के तरल पदार्थों के चिपचिपे मिश्रण में उलझ जाते हैं...