बहुत बड़ी सफलता! छेड़छाड़ परामर्श केंद्र की चौथी किस्त! इस बार परामर्श केंद्र में आने वाली महिलाएँ पाँच डरपोक और भोली-भाली सुंदरियाँ थीं, जिनमें स्कूली छात्राओं से लेकर ऑफिस की महिलाएँ तक शामिल थीं! महिलाओं ने खुद अपने साथ हुए छेड़छाड़ के अनुभवों को बड़े ही सजीवता से बयां किया... मौके पर निरीक्षण की आड़ में, यह नाटक किसी भी गवाही से कहीं ज़्यादा चरम और अश्लील था! विरोध न कर पाने के कारण, महिलाएँ एक बार फिर छेड़छाड़ करने वालों का शिकार बन गईं और उन्हें अपने शरीर से छेड़छाड़ करने दिया!