लाइब्रेरी में बैठी एक शांत, खूबसूरत महिला निशाने पर है! वह नहीं चाहती कि दूसरों को उसके साथ हो रहे इस दुस्साहसिक छेड़छाड़ का पता चले, इसलिए वह "रुको!" भी नहीं कह पाती! उसकी इसी असमर्थता का फायदा उठाकर, छेड़छाड़ और भी बढ़ जाती है! उसकी पैंट में ठूँसा हुआ एक सख्त लंड उसे बार-बार रगड़ता है, और उसकी पैंट के अंदर बेहद क्रूर स्खलन के कारण इतना वीर्य निकलता है कि पीड़िता फूट-फूट कर रोने लगती है...!