नाटक की विषय-वस्तु: साक्षात्कार, पुरुष स्त्री के निप्पल चाटता है, फ़्रेंच चुंबन, स्तन मालिश, निप्पल खेल, उँगलियों से सहलाने के लिए पैंटी के अंदर हाथ, गुदा मैथुन, योनि मुखमैथुन, भगनासा खेल, मुख-बैठक, उँगलियाँ, हस्तमैथुन, मुखमैथुन, स्तन-मैथुन, हस्तमैथुन, मिशनरी के लिए सोफ़ा पोज़िशन, खड़े होकर डॉगी स्टाइल, पीछे से प्रवेश, काउगर्ल, पार्श्व पोज़िशन, मिशनरी, स्तनों पर स्खलन। सारांश: मियोन सोनोडा के पदार्पण को एक साल हो गया है। अपने पदार्पण से पहले, उनके केवल दो साथी थे। बेशक, उन्होंने केवल पारंपरिक यौन संबंध ही बनाए थे, इसलिए एक साथ इतनी सारी चीज़ों का अनुभव करना एक आश्चर्यजनक अनुभव था। जब उनसे पूछा गया, "आपके कामोत्तेजक क्षेत्र क्या हैं?" तो वह शरमा गईं और जवाब दिया, "मेरे कान, लेकिन जब मेरा मन होता है, तो कोई भी स्पर्श अच्छा लगता है..." उनकी 20 साल की मासूमियत की झलक मिलती है, जो उन्हें अविश्वसनीय रूप से मनमोहक बनाती है। तो, मैंने उसके कान सहलाए और उसे चूमा, और पहले तो वो शर्माकर मुस्कुराई, लेकिन जैसे ही चुंबन शुरू हुआ, उसकी आँखें चमक उठीं और उसके चेहरे के भाव बदल गए। उसका पतला, सुडौल पेट और जी-कप जैसे स्तन अनुपात से बाहर थे। जब मैंने उसके निप्पल सहलाए, तो उनमें एक झटका सा लगा और उसके मुलायम, मुलायम स्तन हिलने लगे। उसकी पैंटी पहले से ही गीली थी...